नेशनल हेल्थ क्लेम्स एक्सचेंज क्या है और इससे आम आदमी को क्या फायदा होगा?

भारत में हेल्थ इंश्योरेंस लेना तो आसान हो गया है, लेकिन क्लेम पास कराना आज भी कई लोगों के लिए परेशानी का कारण बनता है। कहीं अस्पताल बिल ज्यादा बना देते हैं, तो कहीं बीमा कंपनी क्लेम पास करने में देर करती है। इन्हीं समस्याओं को हल करने के लिए भारत सरकार और IRDAI (भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण) ने एक नई पहल शुरू की है: नेशनल हेल्थ क्लेम्स एक्सचेंज (NHCE)

नेशनल हेल्थ क्लेम्स एक्सचेंज (NHCE) क्या है?

NHCE एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जहाँ अस्पताल, बीमा कंपनियाँ और TPAs (थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेटर) आपस में सीधे जुड़कर हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम का डेटा साझा कर सकते हैं। इसका उद्देश्य क्लेम प्रोसेसिंग को पारदर्शी और तेज बनाना है।

यह एक तरह का ऑनलाइन गेटवे है जो सभी स्टेकहोल्डर्स (अस्पताल, बीमा कंपनी, ग्राहक) के लिए खुला रहेगा।

सरकार क्यों ला रही है NHCE?

हाल ही में कई रिपोर्ट्स में सामने आया है कि:

  • अस्पताल अनावश्यक टेस्ट और ट्रीटमेंट दिखाकर बीमा कंपनियों से ज्यादा पैसा वसूलते हैं।

  • ग्राहकों को क्लेम पास होने में 15–30 दिन या उससे ज्यादा समय लग जाता है।

  • हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर में फ्रॉड के मामले बढ़ रहे हैं।

इन्हीं सब समस्याओं को रोकने के लिए NHCE को एक्टिव किया जा रहा है।

NHCE से आम लोगों को क्या फायदे होंगे?

1️⃣ तेज क्लेम सेटलमेंट:
अब क्लेम फाइल करने के बाद कई हफ्तों तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। NHCE से कंपनियां और अस्पताल तुरंत डेटा एक्सचेंज कर पाएंगे।

2️⃣ फर्जी बिलिंग पर रोक:
अस्पताल ज्यादा बिल या फर्जी खर्च नहीं दिखा पाएंगे क्योंकि सब कुछ रिकॉर्ड और मॉनिटर किया जाएगा।

3️⃣ पारदर्शिता बढ़ेगी:
क्लेम का स्टेटस ग्राहक कभी भी ऑनलाइन चेक कर पाएंगे।

4️⃣ सरकारी निगरानी:
IRDAI और स्वास्थ्य मंत्रालय NHCE के जरिए पूरे सिस्टम पर नजर रख पाएंगे, जिससे फ्रॉड के मामले कम होंगे।

क्या यह सिस्टम सभी पर लागू होगा?

अभी IRDAI इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू कर रही है। 2025 के अंत तक इसे सभी हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों और बड़े अस्पतालों पर लागू करने की योजना है।

ध्यान देने वाली बातें:

  • यदि आप हेल्थ इंश्योरेंस ले रहे हैं, तो चेक करें कि आपकी कंपनी NHCE से जुड़ी है या नहीं।

  • क्लेम फाइल करते समय डॉक्यूमेंट्स सही और पूरे जमा करें।

  • यदि किसी तरह की गड़बड़ी लगे तो IRDAI में शिकायत दर्ज करा सकते हैं।


निष्कर्ष

नेशनल हेल्थ क्लेम्स एक्सचेंज (NHCE) से हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर में पारदर्शिता और ग्राहकों का विश्वास दोनों बढ़ेंगे। इससे न केवल क्लेम प्रोसेस आसान होगा, बल्कि फ्रॉड जैसी समस्याओं पर भी लगाम लगेगी। आने वाले समय में यह हर हेल्थ इंश्योरेंस ग्राहक के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।




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